Namo Drone Didi Yojana 2025: भारत सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र में उन्हें नए अवसर प्रदान करने के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना 2025 शुरू की है। इस योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे खेती में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन को सही तरीके से ऑपरेट कर सकें। ये ड्रोन मुख्य रूप से उर्वरक और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए उपयोग किए जाएंगे, जो किसानों की मेहनत और समय की बचत करेंगे। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह उन्हें एक स्थिर आय और रोजगार का अवसर प्रदान करती है।
Namo Drone Didi योजना क्या है?
नमो ड्रोन दीदी योजना एक सरकारी योजना है जिसके तहत महिलाओं को ड्रोन ऑपरेशन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को ड्रोन दिए जाएंगे, जिन्हें किराए पर किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। ये ड्रोन कृषि कार्यों में उपयोग किए जाएंगे, जैसे कि फसलों पर उर्वरक और कीटनाशकों का छिड़काव। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि किसान भी अपने काम को तेजी से और कुशलतापूर्वक कर सकेंगे।
Namo Drone Didi महिलाओं को मिलेगा ₹15,000 वेतन
इस योजना के तहत महिलाओं को ₹15,000 प्रति माह का वेतन मिलेगा। ये महिलाएं ड्रोन पायलट के रूप में काम करेंगी और उन्हें कृषि कार्यों के लिए ड्रोन संचालित करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा, सरकार इस योजना को महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देख रही है। इस योजना के अंतर्गत महिला पायलटों को एक स्थिर आय का स्रोत मिलेगा, जो उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा।
15 गांवों का एक क्लस्टर बनेगा
इस योजना के अंतर्गत सरकार 10 से 15 गांवों का एक क्लस्टर बनाएगी, जहां पर महिला पायलटों को ड्रोन संचालन का काम सौंपा जाएगा। इन गांवों में एक महिला को ड्रोन सखी के रूप में चयनित किया जाएगा, जो ड्रोन का संचालन करेगी। इन महिला पायलटों को 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे ड्रोन की सभी तकनीकी प्रक्रियाओं को समझ सकें और उसे ठीक से चला सकें।
Namo Drone Didi ट्रेनिंग प्रक्रिया: दो चरणों में होगी
इस योजना के तहत महिलाओं को दो चरणों में ट्रेनिंग दी जाएगी। पहले चरण में, महिला स्वयं सहायता समूह की एक सदस्य को 5 दिनों की ड्रोन पायलट ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें उन्हें ड्रोन उड़ाने और उसके संचालन की मूल बातें सिखाई जाएंगी। दूसरे चरण में, 10 दिनों का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो कृषि उद्देश्यों के लिए पोषक तत्वों और कीटनाशकों के छिड़काव की तकनीक पर केंद्रित होगा। इस चरण में, महिलाएं ड्रोन का उपयोग करके खेतों में कीटनाशक और उर्वरक छिड़कने की प्रक्रिया को समझेंगी।
योजना के प्रमुख लाभ
- किसान लाभ: किसान इस योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों से ड्रोन किराए पर ले सकेंगे, जिससे उन्हें खेतों में कीटनाशक और उर्वरक छिड़कने में आसानी होगी।
- महिलाओं को सशक्तिकरण: इस योजना से महिलाओं को स्वतंत्र आय का स्रोत मिलेगा और वे कृषि क्षेत्र में एक नया रोजगार विकल्प अपना सकेंगी।
- आर्थिक समर्थन: सरकार द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन खरीदने के लिए 80% तक का अनुदान दिया जाएगा, जो कि ₹8 लाख तक हो सकता है।
- नवीनतम तकनीकी सहायता: यह योजना किसानों को नवीनतम तकनीकी समाधानों का इस्तेमाल करने में मदद करेगी, जिससे कृषि कार्यों में आधुनिकता आएगी।
निष्कर्ष
नमो ड्रोन दीदी योजना 2025 भारतीय महिलाओं को कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाने का एक शानदार अवसर है। इस योजना से न केवल महिलाओं को स्थिर आय मिलेगी, बल्कि किसानों को भी कृषि कार्यों में सहूलत होगी। यह योजना न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खोलेगी, बल्कि देश की कृषि प्रणाली में भी सुधार लाएगी।